Sunday, October 13, 2013

बारिश सिर्फ बारिश नहीं होती

 आसमान से जब बरसती हैं बूंदें
तब वर्षा सिर्फ बारिश नहीं होती

कभी पानी की बूंदों के संग बरसती है खुशी
कभी पानी की बूंदों के साथ आती है सर्दी
कभी मोती जैसी बूंदों में घुल कर आती है जिंदगी
कभी बूंद-बूंद बरस जाती है तबाही

आसमान से जब बरसती हैं बूंदें
तब वर्षा सिर्फ बारिश नहीं होती

बूंदों में घुल मिलकर बरसती है तेजाब
बूंद-बूंद मिलकर बन जाता है सैलाब
बारिश की बूंदें गिरती हैं बनकर अनेक
धरती पर होकर एक, बनती हैं सैलाब

सैलाब जो बहा ले जाता है सब कुछ
सैलाब जो बहा ले जाता है सपने, अपने

कैसे कहूं, आसमान से बरसती बू्ंदें
हमेशा वर्षा नहीं होतीं, हरियाली नहीं होतीं

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